Pro Tray Nursery : फल और सब्जी उत्पादन में कई नई तकनीकें आ गई हैं। किसानों ने हाइड्रोपोनिक और वर्टिकल फार्मिंग जैसे नए खेती तरीकों को अपनाकर उच्च मुनाफा प्राप्त किया है। प्रो-ट्रे एक समान तकनीक है। किसान इसका फायदा उठाकर कम जगह और कम खर्च में अच्छी कमाई कर रहे हैं। प्रो-ट्रे के कारण किसान बीज के स्थान पर पौधे लगा रहे हैं। इसलिए सीधे एक महीने का समय बचेगा। साथ ही किसानों को खाद, पानी और मौसम की मार से छुटकारा मिलेगा।
प्रो-ट्रे नर्सरी
नई भोजपुर के किसान आशुतोष पांडेय ने बताया कि प्रो-ट्रे नर्सरी को व्यवसाई दृष्टिकोण से बनाया जाता है। हर 21 दिन के बाद, ट्रे में नए बीज और ऑर्गेनिक खाद डालकर पॉलीहाउस की मदद से आवश्यक तापमान देते हैं। इसके बाद प्रो-ट्रे, कम्पोस्ट और कॉकपीट की जरूरत होगी. कॉकपीट ब्लॉक सबसे पहले की जरूरत होगी। ये रबर या नारियल के बुरादे से बनाए जाते हैं। 5 घंटे तक इस कॉकपीट ब्लॉक को पानी में भिगो दें। फिर कॉकपीट को पूरी तरह से साफ करें, ताकि गंदगी बाहर निकल जाए और पौधों को नुकसान न हो। फिर इसे सूखा लें और फिर बीज खाद डाल दें। 21 दिन में बीज से पौधा बनता है। Pro Tray Nursery
नर्सरी बहुत कम समय में तैयार हो जाती है
विभिन्न सब्जियों के बीज इस प्रकार अंकुरित होने में कम दिन लगते हैं। शिमला मिर्च और मिर्च आठ से दस दिनों में, प्याज चार से छह दिनों में, बैंगन सात से आठ दिनों में, पत्ता गोभी दो से तीन दिनों में और टमाटर चार से छह दिनों में अंकुरित होते हैं। 18 से 21 दिन में खीरा, करैला और नेनुआ का पौधा तैयार हो जाता है। यह ट्रे पौधे को कीट रोगों और बारिश से बचाने के लिए शडनेट पॉली हाउस या छायादार स्थान पर रखा जा सकता है।
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प्रो-ट्रे नर्सरी बेड प्रणाली से बेहतर है
जबकि प्रो-ट्रे नर्सरी में स्वस्थ पौधे तैयार किए जाते हैं, जो खुले खेतों में भी 100 प्रतिशत तक उपज देते हैं, बेड विधि नर्सरी से पौधे में कीट-रोगों का प्रकोप और खुले में होने के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वास्तव में, इस तरह से नर्सरी बनाना बहुत मुश्किल या महंगा नहीं है। लेकिन प्रो-ट्रे तकनीक इससे कहीं बेहतर है। प्रो-ट्रे विधि में नर्सरी पौधे को बैक्टीरिया-वायरस से कम नुकसान होता है, जिससे नर्सरी स्वस्थ रहती है और अधिक उत्पादन देती है। प्रो-ट्रे नर्सरी को पॉली टनल में रखकर तैयार कर सकते हैं। Pro Tray Nursery
प्रो-ट्रे नर्सरी प्रणाली के कई लाभ
खरपतवार प्रोट्रे में नहीं जमते, तैयार पौधे निकालने पर बहुत कम टूटते हैं, और खेतों में जल्दी और अच्छी तरह लगते हैं। इनका परिवहन भी आसान है। इनकी रक्षा बाढ़ या ओले से आसान होती है। इस तरह, प्रो-ट्रे तकनीक का उपयोग करके आप स्वस्थ नर्सरी पौधे बना सकते हैं, जो आपको अगेती सब्जियों की खेती में मदद करेंगे। साथ ही, नर्सरी की बुनियाद स्वस्थ होने पर सब्जी खेती से बेहतर उपज मिलेगा। Pro Tray Nursery
आशुतोष पांडेय ने बताया कि वे खेती के साथ-साथ नर्सरी भी करते हैं। अन्य किसानों को बताया जाता है कि प्रो-ट्रे के पौधे का इस्तेमाल करें, ताकि बीज डालने और पौधा निकलने में एक महीना का समय नहीं लगेगा। साथ ही बीज डालने के बाद खाद, पटवन और अन्य खर्चों से बच जाएगा। बीज के स्थान पर पौधा लगाने से आपकी सब्जी तीन महीने की जगह दो महीने में फल देने लगेगी।
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