india job post

Subsidy: किसान इस खास विधि से उगाए सब्जी, सरकार देगी 70,000 तक की सब्सिडी, यहाँ करें आवेदन

 | 
"Agriculture Scheme, Farming Techniques, Horticulture, Haryana Horticulture department,  horticulture subsidy, Agriculture news, kheti kisani, kisan news, subsidy for vegetable farming, vegetable Farming techniques, Agriculture Schemes, Haryana agriculture,,हरियाणा बागवानी विभाग, बागवानी, बागवानी सब्सिडी, कृषि समाचार, खेती किसानी, किसान समाचार, सब्जी की खेती के लिए सब्सिडी, सब्जी खेती तकनीक, कृषि तकनीक, कृषि योजनाएं, हरियाणा कृषि

Vegetable Farming: देश की केंद्र व राज्य सरकारें लगातार किसानों की आय डबल करने के लिए तरह तरह के प्रयास कर रही है। इसके लिए किसानों को पारंपरिक खेती से बागवानी और सब्जी उत्पादन पर अधिक ध्यान देने के लिए तरह तरह की स्कीम भी चलाई जा रही है। किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रयोग करने के लिये भी सरकार द्वारा प्रेरित किया जा रहा है, ताकि फल और सब्जियों के उत्पादन  की लागत को और कम किया जा सके और किसानों को अधिक आमदनी मिल सके. इसके लिये अब हरियाणा राज्य के बागवानी विभाग ने भी अपनी योजनाओं में कुछ फेरबदल किया है.   

हरियाणा राज्य बागवानी विभाग अब राज्य के किसानों को नई तकनीकों से बागवानी फसलों की खेती करने के लिये भारी सब्सिडी भी देता है. इसमें जल संरक्षण से लेकर सिंचाई और फल-सब्जी उत्पादन तकनीकें भी शामिल हैं. किसानों को भी इन सब्सिडी योजनाओं का लाभ लेकर खेती की लागत को कम करने में भी अहम मदद मिलेगी.

नई सिंचाई तकनीकों  पर सब्सिडी 

लगातार गिरते भूजल स्तर के बीच सिंचाई के पारंपरिक तरीकों से सिर्फ पानी की बर्बादी ही होती है. इतना पानी फसलों तक नहीं पहुंच पाता, जितना खेतों में बह-बहकर कर बर्बाद हो जाता है. यही कारण है कि सिंचाई के लिये ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई संयंत्रों को अपनाने के लिये अब प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसके लिये हरियाणा का बागवानी विभाग करीब 85% तक सब्सिडी भी देता है.

मीडिया से बातचीत में हरियाणा के यमुनानगर के जिला उद्यान अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा कि रेड जोन के अंतर्गत आने वाले लगभग 111 गांवों में सिंचाई की इन तकनीकों को अपनाने के लिये किसानों को शत प्रतिशत अनुदान भी सरकार द्वारा मिलता है. इसके लिये किसानों को मात्र जीएसटी शुल्क का भुगतान करना होता है. इन इलाकों में किसानों तक सब्सिडी योजनाओं का लाभ पहुंचाने और इनकी जानकारी साझा करने के लिये जागरुकता कार्यक्रम भी जिलें में चलाये जा रहे हैं.

अब बांस विधि से खेती पर मिलेगी सब्सिडी

जाहिर है कि बागवानी फसलों के बेहतर विकास के लिये अच्छी मात्रा में सिंचाई साधनों की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में किसानों को बांस विधि से टमटार की खेती करने के लिये भी प्रोत्साहित किया जा रहा है. इससे किसान 15 से 20 लीटर तक पानी आराम से बचा सकते हैं.

बता दे कि ये एक इको फ्रैंडली तकनीक है, जिसके तहत किसानों को प्रति एकड़ खेत में लगभग 558 बांस लगाने होंगे. टमाटर के साथ-साथ दूसरी सब्जियों की बांस विधि से खेती करने के लिये करीब 31, 250 रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है. इसके अलावा फसल के लिये भी सरकार अलग से 15,000 रुपये तक का अनुदान भी देती है. 

आयरन स्टीक विधि पर सब्सिडी

एकदम स्टेकिंग विधि की तरह ही लोहे के एंगल लगाकर आयरन स्टीक खेत में बनाई जाती है. बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ाने वाली ये शानदार तकनीक किसानों के लिये वरदान भी साबित हो सकती है. इसी कृषि तकनीक को लगाने पर हरियाणा उद्यान विभाग लगभग 70,500 रुपये प्रति एकड़ तक की सब्सिडी किसानों को देता है.

इस तकनीक से खेती करने के लिये एक एकड़ में लगभग 250 एंगल लगाने होंगे. इसके अलावा पाली सीट के साथ खेती करने के लिये भी 6,400 रुपये के हिसाब से सब्सिडी किसानों को दी जायेगी.

किसान यहां करें आवेदन

जाहिर है कि धान की कटाई चल रही है. इस बीच वातावरण में हल्की नमी भी बनी रहती है. ऐसे में किसान अलग-अलग तकनीकों की मदद से सब्जियों की खेती (Vegetable Farming) करके अच्छा उत्पादन भी ले सकते हैं. राज्य सरकार द्वारा मिल रहे अनुदान (Subsidy on farming Techniques) से खेती की लागत भी बहुत कम हो जायेगी. इन सभी कृषि तकनीकों पर अनुदान का लाभ लेने के लिये  मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा.

नियमों के मुताबिक, हर किसान अपनी 5 एकड़ जमीन के लिये आवेदन कर सकता हैं. बता दें कि सब्सिडी का लाभ सिर्फ खेती और सिंचाई की नई तकनीकों (New Irrigation Techniques) को अपनाने पर ही मिले सकेगा. साधारण विधि से खेती करने पर किसी तरह की सब्सिडी नहीं मिलेगी.

 ताजा मंडी भाव सीधे फोन पर पाने के लिए यहाँ क्लिक करें- मंडी भाव  

यह भी पढ़ें: Dal Mandi Bhav Indore: विदेशी मसूर की लागत ऊंची होने से घरेलू बाजार में तेजी, जानें इंदौर मंडी के भाव

यह भी पढ़ें: Cott on Price: कपास उत्पादक किसानों की लगी लॉटरी, मंडी में 11 हजार रुपये क्विंटल तक पहुँचें सफेद सोने के भाव

यह भी पढ़ें: PM Ujjwala Yojana के तहत सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर चाहते हैं तो अभी करें अप्लाई!

यह भी पढ़े: Aaj Ka Mausam: इन 17 राज्यों में अगले 3 दिनों तक झमाझम बारिश का दौर, जानें कब होगी मानसून की विदाई